भेड़िये अमावस की रात में क्यों खूंखार हो जाते हैं?
|भेड़िये अमावस की रात में क्यों खूंखार हो जाते हैं?: हम सब ने अपनी नानी नाना, दादी दादा से भेड़िए की कहानी सुनी है। आज भी अक्सर गॉव में भेड़िए की कहानियां प्रचलित है। गॉव देहात हर जगह से भेड़िए से जुड़ी कोई न कोई कहानी आती रहती है। जब भेड़िए की बात करते है तो भेड़िए को अमावस्या की रात से जरूर जोड़ा जाता है।
ऐसा माना जाता है कि अमावस्या की रात में भेड़िए बेहद खूंखार हो जाते है। लेकिन आखिर अमावस्या की रात भेड़िए ज्यादा खूंखार क्यो हो जाते है। इसके बारे में बहुत कम लोग जानते है। अगर आप भी नही जानते है औए आप अब जानना चाहते है तो लेख को पूरा पढ़ें। तो आइए जानते है-
भेड़िये अमावस की रात में क्यों खूंखार हो जाते हैं?
हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार अमावस्या की रात साल में एक बार आती है। अमावस्या की रात भूतड़ी अमावस्या के नाम भी जानी जाती है। ऐसा माना जाता है कि अमावस्या की रात में बुरी शक्तियों को प्रभाव होता है। यह बुरी शक्तियाँ जंगल मे रहने वाले भेड़िये को प्रभावित करती है जिस बजह से भेड़िया आसमान की तरफ मुहं करके तेज-तेज चिल्लाते है। अमावस्या की रात में भेड़िये के द्वारा चिल्लाने की आवाज बेहद खतरनाक और डरावनी होती है।
इसके अलावा आपको बता दे कि अमावस्या की रात घर से बाहर न निकले की सलाह दी जाती है क्योंकि इस रात बुरी शक्तियां सक्रिय हो जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस रात भूत प्रेत, निशाचर जीव जंतुओं की शक्तियां सक्रिय हो जाती है। जो मानव जीवन पर बुरा प्रभाव डाल सकती है। इसलिए अमावस्या के दिन घर से बाहर न निकले की सलाह दी जाती है।
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