Bachh Baras 2024: बछ बारस व्रत कब है और यह क्यों किया जाता है?
|Bachh Baras 2024: भारतीय महिलाओं के लिए बछ बारस व्रत काफी महत्वपूर्ण होता है। यह ऐसा व्रत होता है जिसमे महिलाएं संतान की प्राप्ति के लिए व्रत रखती है साथ ही गाय की पूजा करती है। Bachh Baras 2024 का पर्व जन्माष्टमी के बाद मनाया जाता है। मुख्य रूप से यह व्रत जनमाष्टमी के 4 दिन मनाया जाता है। यानी कि इस साल 30 अगस्त 2024 को मनाया जाएगा।
आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बछ बारस व्रत क्यो मनाया जाता है और इसका क्या महत्व है एवं पूजा विधि आदि के बारे में बताने जा रहे है। तो आइए जानते है।
कैसे की जाती बछ बारस की पूजा ? (Bachh Baras Puja)
बछ बारस व्रत मुख्य रूप महिलाएं के लिए होता है। यह व्रत संतान की प्राप्ति के लिए किया जाता है। इस दिन महिलाएं व्रत रखती है साथ ही गाय और गाय के बछड़े की पूजा करती है। बछ बारस व्रत पूजा की बात करे तो इस दिन महिलाओं को चाकू से कटे फल सब्जी का सेवन नहीं करना चाहिए। महिलाओं को सुबह उठकर इस दिन विधिवत तरीके से पूजा पाठ करके बछबारस को कहानी सुना सकती है।
क्यों मनाई जाती है बछ बारस ? (Why we Celebrate Bach Baras)
बछ बारस व्रत जन्माष्टमी का पर्व 30 अगस्त को मनाया जाएगा। मान्यता है कि भगवान श्री कृष्ण को गाय और बछड़ो से अधिक प्रेम था उसी के चलते बछ बारस का पर्व हर बर्ष जन्माष्टमी के 4 दिन मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन जो महिलाएं गाय और बछड़े की पूजा करती है उन्हें संतान की प्राप्ति होती है और सैकड़ो देवी देवताओं का आशीवार्द मिलता है।
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