Bada Mangal 2024: ज्येष्ठ मंगलवार को बड़ा या बुढ़ावा मंगल क्यों कहाँ जाता है? जानिए क्या है, वजह

Bada Mangal 2024:हिन्दू धर्म मे अनेकों कथाएँ प्रचलित है। सबका अपना – अपना अलग महत्व होता है। जैसे भगवान हनुमान की पूजा भक्ति करने के लिए श्रेष्ठ महीने में जितने भी मंगलवार होते है। वह भक्तों के लिए हनुमान भक्तों के लिए काफी लाभकारी माने जाते है।

श्रेष्ठ महीने जितने भी मंगलवार होते है उन्हें हिन्दू धर्म मे बड़ा या बुढ़ावा मंगल भी कहाँ जाता है। जो हनुमान भक्त है उन्हें शायद यह पता होगा कि ज्येष्ठ मंगलवार को बड़ा या बुढ़ावा मंगल क्यों कहाँ जाता है? लेकिन इसके पीछे क्या कथा है इससे अंजान है। इसलिए नीचे लेख में हमने इस कथा की चर्चा की है। आइए जानते है-

ज्येष्ठ मंगलवार को बड़ा या बुढ़ावा मंगल क्यों कहाँ जाता है?

इस विषय में स्वामी अंजनी नंदन दास ने बताया कि लखनऊ और उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में इस प्रथा की शुरुआत हुई थी। वह बताते हैं की श्रेष्ठ मंगलवार के दिन भगवान राम जी पंपा सरोवर के समीप हनुमान जी से मिले थे।

जब भगवान राम जी कंपास सरोवर के समीप हनुमान जी से मिले थे। तब श्रेष्ठ मास शुक्ल पक्ष था। और दिन मंगलवार था। मंगलवार को हनुमान जी का जन्म भी हुआ था। जिसके प्रमाण भी इस श्लोक से मिलते हैं- इसीलिए श्रेष्ठ मंगल को बड़ा या बुढ़ावा मंगल कहा जाता है।

श्लोक – चैत्रे मासि सिते पक्षे पौर्णमास्यां कुजेऽहनि । मौञ्जीमेखलया युक्तं, कौपीनपरिधारकम् ॥ नवमासगते पुत्रं सुपुत्रे साञ्जना शुभम्॥

श्लोक का अर्थ – चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को मंगलवार के दिन मूंज की मेखला से युक्त, कौपीन पहिने हुए और यज्ञोपवीत से भूषित हनुमान जी का उत्पन्न होना लिखा है.

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